सिटीजन वॉइस की एक बैठक आज रामानुज वैश्य अनाथालय आश्रय के प्रांगण में सम्पन्न हुई।

गौरव यादव संवाददाता

मेरठ :सिटीजन वॉइस की एक बैठक आज रामानुज वैश्य अनाथालय आश्रय के प्रांगण में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि डॉ. ईश्वर चंद्र गम्भीर ने की‌ और‌ संचालन सिटीजन वॉइस के अध्यक्ष प्रशान्त कौशिक ने किया। प्रशान्त कौशिक ने बैठक का एजेंडा बताते हुए कहा कि प्रदुषित जल‌ इस समय बड़ी गम्भीर समस्या के रुप में सामने आ रहा है और‌ अगर पीने का‌ पानी ही प्रदुषित हो, तो स्वास्थ्य को लेकर गम्भीर संकट खड़ा होना निश्चित है, इस समस्या को लेकर सम्बन्धित अधिकारियों से मिल कर सभी‌ वार्डों में पीने के पानी की जांच कराने की बात कही जाएगी, साथ ही शहर‌ के अन्दर की सड़कों पर जाम की समस्या लगातार विकराल होती जा रही है, जिस वजह से प्रदुषण भी बढ़ रहा है और‌ लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। यह ऐसे विषय है, जिससे सभी‌ लोग प्रभावित हो रहे हैं, प्रशान्त कौशिक ने कहा कि इन मुद्दों पर नागरिकों और शासन, प्रशासन को मिल कर‌ काम करना चाहिए। बैठक में एक गरीब बच्चे का निःशुल्क इलाज कर उसकी जान बचाने और उस बच्चे को उसके बिछुडे माता-पिता से मिलाने में भूमिका निभाने वाले सुर्या अस्पताल के संचालक आमोद भारद्वाज को पटका और माला पहनाकर सम्मानित किया गया, साथ ही डॉ. ईश्वर चंद्र गम्भीर, सत्यपाल सत्यम, हर्षवर्धन राजवंशी बिट्टन, डॉ. प्रेम कुमार शर्मा को भी पटका और माला पहनाकर सम्मानित किया गया। बैठक में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ. आरके भटनागर ने कहा कि सामाजिक सद्भाव को मजबूती देने की बहुत आवश्यकता है और होली का त्यौहार आ रहा है, ऐसे में होली के त्यौहार के माध्यम से सामाजिक सद्भाव का संदेश देने के लिए सभी को कार्य करना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता दीपक शर्मा ने कहा कि जनसरोकार के जो विषय है, उस पर ध्यान देने के साथ यह देखना भी आवश्यक है कि जन समस्याओं को लेकर आम नागरिक कितना जागरूक हैं, क्योंकि अगर नागरिक जागरूक हैं, तो समस्याओं को बढ़ने से वह रोक सकता है। पीएफ विभाग में वरिष्ठ अधिकारी पवन शर्मा ने कहा कि जल‌ संकट एक बडा संकट है और इसका मुख्य कारण बढ़ती जनसंख्या है क्योंकि जल‌ उपभोग करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है, इसलिए समय रहते जनसंख्या नियंत्रण भी बहुत ही आवश्यक है। पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन शाकाल ने कहा कि पानी की पाइप लाइनें जर्जर अवस्था में है, इनको बदलने की तरफ शासन, प्रशासन को काम करना चाहिए, कहीं अगर पाइप लाइन लीकेज हो रही है, तो‌ उसे तुरंत ठीक करनी चाहिए। वैश्य अनाथालय के संरक्षक हर्षवर्धन राजवंशी बिट्टन ने कहा कि अगर सभी स्वयं की जिम्मेदारियों को समझ लें तो कई सारी समस्याओं को बढ़ने से रोका जा सकता है, जैसे पानी का अंधाधुंध दोहन हम अपने घरों में ना‌ होने दें, यह प्रयास सभी को करना चाहिए। सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डॉ. प्रेम कुमार शर्मा ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण से सम्बन्धित कानून आना ही चाहिए, क्योंकि जनसंख्या नियंत्रण किए बिना प्राकृतिक संसाधनों के दोहन को रोका नहीं जा सकता। वरिष्ठ कवि सत्यपाल सत्यम ने कविताओं के माध्यम से अपनी बात रखते हुए कहा कि पॉलिथीन का बढ़ता उपयोग भी एक बड़ी समस्या है। कपड़े के थैलों को उपयोग करने की आदत अब लोगों की नहीं रही, यह ऐसे विषय है, जिस पर‌ सभी को सोचना चाहिए। वरिष्ठ कवि डॉ. ईश्वर चंद्र गम्भीर ने भी कविताओं के माध्यम से सामाजिक सरोकारों के विषयों को लेकर कहा कि जल‌‌ संकट जिस तरह से बढ़ रहा है, उससे यह बात तो स्पष्ट है कि आने वाली पीढ़ी के सामने बड़ी समस्या पैदा होने वाली है। सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश शांडिल्य ने कहा कि शहर में जलभराव की बड़ी समस्या है, इसलिए नियमित रूप से छोटे, बड़े नालों की सफाई होती रहनी चाहिए। बाल कल्याण विभाग की सदस्य पूनम शर्मा ने कहा कि परिक्षाओं का समय चल रहा है और ऐसे में देर रात्रि तक बजते डीजे, लाउडस्पीकर की तेज आवाज से छात्रों की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न होता है, इनकी ध्वनि नियन्त्रण में करने के लिए भी प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। सूर्या अस्पताल के संचालक और सामाजिक कार्यकर्ता आमोद भारद्वाज ने कहा कि युवा पीढ़ी को यह संस्कार देने की आवश्यकता है कि वह परिवारों के बुज़ुर्गो को आदर, सम्मान देने के साथ उनके साथ समय भी वह अवश्य व्यतीत करें। युवा कवि राजीव गम्भीर ने इस अवसर पर होली को लेकर अपनी कविता सुनाई। सौरभ दिवाकर शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि सामाजिक कार्यों पर लगातार गम्भीरता के साथ कार्य सभी को करना चाहिए, क्योंकि सभी के प्रयास से ही समस्याएं कम की जा सकती है। बेगमपुल व्यापार संघ के अध्यक्ष पुनीत शर्मा ने कहा कि शहर में जाम से सभी त्रस्त है, चाहे वो‌ सामान्य नागरिक हो या व्यापारी, इसलिए शासन, प्रशासन के साथ नागरिकों की बड़ी जिम्मेदारी है कि वह इस समस्या के समाधान के लिए मिल कर कार्य करें। इस अवसर पर प्रशान्त कौशिक ने सभी सदस्यों का धन्यवाद किया। बैठक में डॉ. आरके भटनागर, प्रशान्त कौशिक, डॉ. ईश्वर चंद्र गम्भीर, डॉ. प्रेम कुमार शर्मा, हर्षवर्धन राजवंशी बिट्टन, जगमोहन शाकाल, पूनम शर्मा, पवन शर्मा, सौरभ दिवाकर शर्मा, दीपक शर्मा, पुनीत शर्मा, राजीव शर्मा गम्भीर, दिनेश शांडिल्य, आमोद भारद्वाज, सत्यपाल सत्यम मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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