मेरठ  जैन समाज और राष्ट्रीय लोकदल ने जैन पूर्व सांसद महेश गिरी की गई टिप्पणी के खिलाफ

 

मेरठ  जैन समाज और राष्ट्रीय लोकदल ने जैन पूर्व सांसद महेश गिरी की गई टिप्पणी के खिलाफ

द्वारा 7 अक्तूबर की प्रेस वार्ता, 28 अक्टूबर की धर्म सभा, 3 नवंबर को जारी किए गए वीडियो और 9 नवंबर की सभा में जैन धर्म व उनके अनुयायियों पर की गयी टिप्पणियों के विरोध में राष्ट्रीय लोक दल के अजंता होटल स्थित कार्यालय पर शनिवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जिसको लोक दल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सचिव प्रतीक जैन, कवि सौरभ जैन सुमन व विश्व श्रमण संस्कृति श्रीसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री सुदीप जैन ने संबोधित किया।

जैन धर्म के 22 वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की मोक्ष स्थली गुजरात के जूनागढ़ जिले में गिरनार पर्वत पर है जहां सदियों से जैन श्रधालु पूजन वंदन और अर्चना के लिए जाते रहे है परंतु पिछले 20 वर्षों से वहां अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर अतिक्रमण कर लिया गया है और नेमि चरणों के ऊपर दत्तात्रेय की मूर्ति स्थापित कर दी जिसके संदर्भ में माननीय उच्च न्यायालय गुजरात द्वारा दिनांक 17 फरवरी 2005 को जारी अपने आदेशों में अवैध अतिक्रमण को तत्काल हटाने, पांचवी टोंक से चौथी टोंक के बीच पुलिस बल की तैनाती, सी. सी. टी. वी. कैमरे लगाने, पांचवी टोंक पर किसी के भी ठेहरने की अनुमति न होना, यात्रियों का पंजीकरण करना और दोनो मतावलंबियों को अपने अपने मतानुसार पूजन वंदन का अधिकार रहेगा परंतु कुछ ऐसी शक्तियों के दबाव में जो पिछले कुछ वर्षों से जैन धर्म को नष्ट करने का षड्यंत्र रच रही है और जैन तीर्थों पर कब्जा करने का काम कर रही है, उनके दबाव में आज तक भी इन आदेशों का अनुपालन नहीं कराया गया। जैन समाज पहले से ही निरंतर इस बात को लेकर कहता रहा है कि गिरनार पर्वत पर वंदना करने वालों के साथ अभद्रता की जाती है पर अब वर्तमान में यह मामला तब गरमाया जब 1 अक्टूबर 2023 को गए जैन श्रधालुओं पर पांचवी टोंक पर अपना हक जमाये बैठे व्यक्ति ने चिमटा और तलवार से जान लेवा हमले का प्रयास किया जिसका वीडियो वायरल होते ही पूर्व सांसद महेश गिरि ने अपने और अपने साथी लोगोँ के व्यक्तव्य और कृत्य से फंसता देख अपने बचाव में एक काल्पनिक और मनगडंत कहानी गड़ी और अहिंसक शांतिप्रिय अति अल्पसंख्यक जैन समाज के उन लोगों पर एफ. आई.आर. दर्ज करने के लिए 7 अक्टूबर 2023 को प्रेस वार्ता के माध्यम से दबाव बनाया और जैन धर्म को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने का प्रयास किया जबकि उन श्रद्धालुओं के द्वारा यात्रा के संबंध में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस को पूर्व में सूचना दे दी गई थी उसके बाद भी उनको कोई सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई गई।

प्रतीक जैन ने कहा कि इस घटना से पूरे देश ही नहीं बल्कि विश्व भर की अति अल्पसंख्यक अहिंसक शांतिप्रिय जैन समाज में भय, आशंका और आक्रोश व्याप्त हो गया और महेश गिरि के द्वारा किये गए कृत्य और व्यक्तव्य की चारों तरफ से निंदा और भतर्सना होने लगी व पूर्व सांसद के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग उठने लगी क्योंकि 7 अक्टुबर की प्रेस वार्ता में महेश गिरि ने स्वयं अपने बयान में कहा कि पूर्व में आये जैन धर्मावलंबियों का पांचवी टोंक से चौथी टोंक तक पहुँचने से पहले ही कार्यक्रम कर दिया गया ने की बात को स्वीकारने की बात कही है। महेश गिरी ने यह भी कहा है कि हमारे पास ऐसी सेना है जिस पर किसी शासन प्रशासन का नियंत्रण नहीं है और अगर वह निकल पड़ी तो पता नहीं क्या हो जाए।

सुदीप जैन ने कहा कि 7 अक्तूबर की प्रेस वार्ता में कहे गए व्यक्तव्यों में अपने आप को फंसता देख महेश गिरि ने 28 अक्टुबर को एक धर्म सभा का आयोजन किया जिसमें महेश गिरी के साथ-साथ वहां आए सभी लोगों ने जैन धर्म के प्रति और जैन साधुओं के प्रति वह जैन धर्मावलंबियों के प्रति अमर्यादित, अशोभनीय, सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने वाले, वैमनस्य फैलाने वाले, शांति भंग करने वाले, धमकाने वाले, कानून को ताक पर रखकर कानून को खुली चुनौती देने वाले व्यक्तव्य दिए जो विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में अभिशाप है जिससे अनेकता में एकता के लिए जाने वाले धर्म निरपेक्ष देश की छवि के साथ साथ जैन धर्म की छवि भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल हुई है।

कवि सौरभ जैन सुमन ने कहा कि भारत सरकार और गुजरात सरकार जैन धर्म के खिलाफ चल रही सभाओं और व्यक्तव्यों का संज्ञान लेकर कार्यवाही करें और अति अल्पसंख्यक जैन समाज के संवैधानिक अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। और न्यायालय के आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करें।

 

(सुदीप जैन) (सौरभ जैन सुमन) (प्रतीक जैन)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *