गौहर अनवर सवाददाता
– राजनीतिक व्यापारिक सामाजिक संगठनों के अलावा आम नागरिक भी हुए शामिल दिया समर्थन
– धरने-प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ता ने किया आत्महत्या का प्रयास अधिवक्ताओं ने कहा मांग पूरी न होने तक आंदोलन चलता रहेगा
मेरठ। पिछले कई वर्षों से पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बेंच की मांग चली आ रही है। जिसको लेकर लगातार अधिवक्ता आंदोलन करते चले आ रहे हैं। लेकिन यह मांग पूरी ना होने पर शनिवार को जिला मेरठ में हाई कोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के आह्वान पर अधिवक्ताओं के साथ-साथ राजनीतिक दलों, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों और आम नागरिकों ने मोर्चा खोल दिया। कचहरी से लेकर बेगमपुल तक पैदल मार्च निकला गया। सुबह से ही अधिवक्ता मेरठ बार एसोसिएशन के नानक चंद सभागार में एकत्र हुए। कचहरी की सभी दुकानें और अधिवक्ताओं के चेंबर बंद रहे। सैकड़ो की संख्या में
अधिवक्ताओं ने नारेबाजी करते हुए हाथों में बैनर और नारे लिखि तख्तियां लेकर पैदल मार्च शुरू किया। बेगमपुल पहुंचकर दो घंटे तक हाई कोर्ट बेंच की मांग को लेकर नारेबाजी प्रदर्शन किया गया। अधिवक्ताओं के साथ मौजूद राजनीति, व्यापारिक संगठनों के नेताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर शहर का सबसे व्यस्त रोड माने जाने वाले बेगमपुल चौराहे को जाम कर दिया। इस आंदोलन में सैकड़ो कीं संख्या में लोग शामिल हुए। इस दौरान कभी जमीन पर लेटकर तो कभी मानव श्रृंखला बनाकर सरकार से हाईकोर्ट बैंच की स्थापना को लेकर अधिवक्ताओं ने घंटों बेगमपुल को घेरे रखा। करीब तीन घंटे से ज्यादा चले इस आंदोलन में सैकड़ो कीं संख्या में अधिवक्ताओं के साथ व्यापारी, विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और सामाजिक संगठनों के कार्यकतार्ओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। वही इस आंदोलन में सपा के सरधना विधायक अतुल प्रधान,यहीं पर सपा विधायक अतुल प्रधान, सपा जिला अध्यक्ष विपिन चौधरी, महानगर अध्यक्ष आदिल चौधरी, दक्षिण विधानसभा अध्यक्ष चौधरी आस मोहम्मद, के अलावा सपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं, मेरठ व्यापार मंडल के अध्यक्ष जीतू सिंह नागपाल, महानगर अध्यक्ष शैंकी वर्मा, संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता, दूसरे गुट से नवीन गुप्ता आबूलेन व्यापार संघ से सरदार राजबीर सिंह, कांग्रेस महानगर कमेटी से महानगर अध्यक्ष रंजन शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष अवनीश काजला, पूर्व महानगर अध्यक्ष कृष्ण कुमार (किशनी), धूम सिंह गुर्जर, आदित्य शर्मा, सलीम खान, हरिकिशन वर्मा, संजय कटारिया, रीना शर्मा, दुष्यंत सागर, तेजपाल डबका, विनोद सोनकर, मुल्ला जी अशरफ, ओंकार शर्मा, मुद्दबिर अली, सुशील सैनी, बदर महमूद, चौधरी यशपाल सिंह, रवि कुमार, शक्ति सिंह, हेमचंद कुशवाहा, पायल मित्तल, मनोज चौहान, सफाई मजदूर संघ से कैलाश चंदोला, आजाद अधिकार सेना, मेरठ कॉलेज छात्रसंघ, कंकरखेड़ा व्यापार संघ से नीरज मित्तल, बसपा समेत तमाम संगठन और राजनीतिक दलों के पदाधिकारी पहुंचे। सभी ने हाई कोर्ट बेंच की मांग को लेकर प्रदर्शन में साथ दिया। इस दौरान सभी दलों और संगठनों के पदाधिकारी ने धरने को संबोधित करते हुए पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाई कोर्ट बेंच की मांग को अपना समर्थन दिया।प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ता और राजनीतिक व्यापारिक दलों के नेता बेगमपुल चौराहे पर जगह-जगह धरना देकर बैठे रहे। इस बीच कुछ रास्तों पर वाहन निकालने लगे तो युवा अधिवक्ताओं ने सड़क पर लेट कर उन्हें रोक दिया। इस दौरान सड़क से गुजर रहे लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं इस धरने-प्रदर्शन के दौरान उस वक्त हंगामा मच गया जब एक अधिवक्ता ने बेगमपुल पर प्रदर्शन के दौरान अपने ऊपर डीजल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गनीमत रही कि समय रहते अपने ऊपर डीजल छिड़क रहे अधिवक्ता को साथी वकीलों ने दौड़कर पकड़ लिया और उसके हाथ से तेल का डिब्बा छीन लिया। सुबह से दोपहर तक चले इस धरने के बाद अधिवक्ताओं ने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी आंदोलन चलता रहेगा।
