कुलदीप सिंह संवादाता
मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की लंबे समय से चली आ रही मांग को अब पत्रकारों का सबसे बड़ा संगठन उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट्स (उपज) का मजबूत साथ मिल गया है। उपज ने मेरठ बार एसोसिएशन द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन और प्रयासों का पूर्ण समर्थन करते हुए इसे जनता के अधिकारों से जुड़ा अहम मुद्दा बताया।
शनिवार को भारत माता चौक, बेगमपुल पर वकीलों ने हाईकोर्ट बेंच की स्थापना को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर उपज पत्रकार संगठन के जिला अध्यक्ष अजय चौधरी, महामंत्री ललित ठाकुर, जिला संरक्षक जगमोहन शाकाल, जिला प्रवक्ता अरुण सागर,जयवीर त्यागी,धर्मेंद्र, अखिल, तुषार समेत सैकड़ों पत्रकारों ने जिला बार और मेरठ बार एसोसिएशन को समर्थन पत्र सौंपा।
समर्थन पत्र में जिलाध्यक्ष अजय चौधरी और महामंत्री ललित ठाकुर ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लाखों नागरिक आज भी न्याय प्राप्त करने के लिए 500 से 700 किलोमीटर दूर प्रयागराज स्थित इलाहाबाद उच्च न्यायालय जाने को विवश हैं। इससे न केवल समय और धन की बर्बादी होती है, बल्कि गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को न्याय से वंचित रहना पड़ता है।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में आने वाले मामलों में से लगभग 50 प्रतिशत से अधिक मामले पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जुड़े होते हैं। ऐसे में मेरठ में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना समय की मांग है। यह न केवल न्याय की सुगमता सुनिश्चित करेगा बल्कि स्थानीय स्तर पर न्याय व्यवस्था को मजबूत भी बनाएगा।
उपज के प्रवक्ता अरुण सागर राज ने कहा कि संगठन दशकों से पत्रकारों के अधिकारों और हितों के लिए संघर्षरत रहा है। अब यह संगठन *मेरठ में हाईकोर्ट बेंच की मांग को मिला उपज पत्रकार संगठन पूर्ण समर्थन*
–*उपज संगठन ने अधिवक्ता और बार एसोसिएशन को दिया समर्थन, आंदोलन को मिलेगा नया बल*
मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की लंबे समय से चली आ रही मांग को अब पत्रकारों का सबसे बड़ा संगठन उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट्स (उपज) का मजबूत साथ मिल गया है। उपज ने मेरठ बार एसोसिएशन द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन और प्रयासों का पूर्ण समर्थन करते हुए इसे जनता के अधिकारों से जुड़ा अहम मुद्दा बताया।
शनिवार को भारत माता चौक, बेगमपुल पर वकीलों ने हाईकोर्ट बेंच की स्थापना को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर उपज पत्रकार संगठन के जिला अध्यक्ष अजय चौधरी, महामंत्री ललित ठाकुर, जिला संरक्षक जगमोहन शाकाल, जिला प्रवक्ता अरुण सागर,जयवीर त्यागी,धर्मेंद्र, अखिल, तुषार समेत सैकड़ों पत्रकारों ने जिला बार और मेरठ बार एसोसिएशन को समर्थन पत्र सौंपा।
समर्थन पत्र में जिलाध्यक्ष अजय चौधरी और महामंत्री ललित ठाकुर ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लाखों नागरिक आज भी न्याय प्राप्त करने के लिए 500 से 700 किलोमीटर दूर प्रयागराज स्थित इलाहाबाद उच्च न्यायालय जाने को विवश हैं। इससे न केवल समय और धन की बर्बादी होती है, बल्कि गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को न्याय से वंचित रहना पड़ता है।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में आने वाले मामलों में से लगभग 50 प्रतिशत से अधिक मामले पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जुड़े होते हैं। ऐसे में मेरठ में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना समय की मांग है। यह न केवल न्याय की सुगमता सुनिश्चित करेगा बल्कि स्थानीय स्तर पर न्याय व्यवस्था को मजबूत भी बनाएगा।
उपज के प्रवक्ता अरुण सागर राज ने कहा कि संगठन दशकों से पत्रकारों के अधिकारों और हितों के लिए संघर्षरत रहा है। अब यह संगठन आम नागरिकों की इस महत्वपूर्ण लड़ाई में भी मेरठ बार एसोसिएशन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मेरठ हाईकोर्ट बेंच की स्थापना से न केवल वादकारियों को राहत मिलेगी, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास को भी नई गति मिलेगी।
पत्रकार संगठन ने बार एसोसिएशन से आह्वान किया कि इस आंदोलन को और मजबूत किया जाए। उपज ने भरोसा दिलाया कि वह हर स्तर पर हर संभव सहयोग करेगा। दशकों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के लाखों*मेरठ में हाईकोर्ट बेंच की मांग को मिला उपज पत्रकार संगठन पूर्ण समर्थन*
–*उपज संगठन ने अधिवक्ता और बार एसोसिएशन को दिया समर्थन, आंदोलन को मिलेगा नया बल*
मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की लंबे समय से चली आ रही मांग को अब पत्रकारों का सबसे बड़ा संगठन उत्तर प्रदेश एसोसिएशन ऑफ जर्नलिस्ट्स (उपज) का मजबूत साथ मिल गया है। उपज ने मेरठ बार एसोसिएशन द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन और प्रयासों का पूर्ण समर्थन करते हुए इसे जनता के अधिकारों से जुड़ा अहम मुद्दा बताया।
शनिवार को भारत माता चौक, बेगमपुल पर वकीलों ने हाईकोर्ट बेंच की स्थापना को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस मौके पर उपज पत्रकार संगठन के जिला अध्यक्ष अजय चौधरी, महामंत्री ललित ठाकुर, जिला संरक्षक जगमोहन शाकाल, जिला प्रवक्ता अरुण सागर,जयवीर त्यागी,धर्मेंद्र, अखिल, तुषार समेत सैकड़ों पत्रकारों ने जिला बार और मेरठ बार एसोसिएशन को समर्थन पत्र सौंपा।
समर्थन पत्र में जिलाध्यक्ष अजय चौधरी और महामंत्री ललित ठाकुर ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लाखों नागरिक आज भी न्याय प्राप्त करने के लिए 500 से 700 किलोमीटर दूर प्रयागराज स्थित इलाहाबाद उच्च न्यायालय जाने को विवश हैं। इससे न केवल समय और धन की बर्बादी होती है, बल्कि गरीब और वंचित वर्ग के लोगों को न्याय से वंचित रहना पड़ता है।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में आने वाले मामलों में से लगभग 50 प्रतिशत से अधिक मामले पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जुड़े होते हैं। ऐसे में मेरठ में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना समय की मांग है। यह न केवल न्याय की सुगमता सुनिश्चित करेगा बल्कि स्थानीय स्तर पर न्याय व्यवस्था को मजबूत भी बनाएगा।
उपज के प्रवक्ता अरुण सागर राज ने कहा कि संगठन दशकों से पत्रकारों के अधिकारों और हितों के लिए संघर्षरत रहा है। अब यह संगठन आम नागरिकों की इस महत्वपूर्ण लड़ाई में भी मेरठ बार एसोसिएशन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मेरठ हाईकोर्ट बेंच की स्थापना से न केवल वादकारियों को राहत मिलेगी, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास को भी नई गति मिलेगी।
पत्रकार संगठन ने बार एसोसिएशन से आह्वान किया कि इस आंदोलन को और मजबूत किया जाए। उपज ने भरोसा दिलाया कि वह हर स्तर पर हर संभव सहयोग करेगा। दशकों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के लाखों लोग हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर आवाज उठा रहे हैं। अब उपज के जुड़ने से इस आंदोलन को और नया बल मिलने की उम्मीद है। लोग हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर आवाज उठा रहे हैं। अब उपज के जुड़ने से इस आंदोलन को और नया बल मिलने की उम्मीद है। नागरिकों की इस महत्वपूर्ण लड़ाई में भी मेरठ बार एसोसिएशन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मेरठ हाईकोर्ट बेंच की स्थापना से न केवल वादकारियों को राहत मिलेगी, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास को भी नई गति मिलेगी।
पत्रकार संगठन ने बार एसोसिएशन से आह्वान किया कि इस आंदोलन को और मजबूत किया जाए। उपज ने भरोसा दिलाया कि वह हर स्तर पर हर संभव सहयोग करेगा। दशकों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों के लाखों लोग हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर आवाज उठा रहे हैं। अब उपज के जुड़ने से इस आंदोलन को और नया बल मिलने की उम्मीद है।