अपराध में महिलाओं की संलिप्ता

गौरव यादव

मेरठ :अपराधिक घटनाओं में महिलाओं की बढ़ती संलिप्तता के पीछे क्या कारण है* जैसे गम्भीर विषय पर आज सिटीजन वॉइस की एक महत्वपूर्ण चर्चा आरजी डिग्री कॉलेज के सभागार में आयोजित की गई। परिचर्चा में वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में जिस तरह से अपराधिक घटनाओं में महिलाओं की संलिप्तता के समाचार सामने आ रहे हैं, वह वास्तव में बहुत ही चिंताजनक स्थिति है, क्योंकि इससे पूरी सामाजिक व्यवस्था पर गम्भीर प्रश्न खड़े हो रहे हैं कि आखिरकार ऐसे कौन से कारण हैं कि महिलाएं अपराध करने में शामिल हो रही है और मुख्य साजिशकर्ता के रूप में भी सामने आ रही है। वक्ताओं का मानना था कि एकल परिवार की बढ़ती प्रवृत्ति और आधुनिक जीवनशैली पाने की चाहत ने परिवारों की महत्ता पर बड़ा नकरात्मक प्रभाव डाला है, साथ ही बच्चों की गतिविधियों को नजरंदाज करना, युवा पीढ़ी में लिव इन रिलेशनशिप के बढ़ते प्रचलन के साथ नशे की प्रवृत्ति का बढ़ना अपराधिक वारदातों को बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। वक्ताओं ने कहा कि पारिवारिक मान्यताओं के साथ नैतिकता की बातों को लोग अब रुढ़िवादी सोच मानने लगे है। यह ऐसे कारण हैं कि जिसने अपराध को बढ़ाया है, लेकिन सबसे ज्यादा चिंताजनक यह है कि अपराध में महिलाओं के नाम सामने आ रहे हैं। हाल ही में इन्दौर से जुड़ी घटना सामने आई है जहां एक नवविवाहिता सोनम रघुवंशी का अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या में नाम सामने आया है, इसी तरह से मेरठ की नीले ड्रम वाली अपराधिक वारदात ने पूरे देश में सुर्खियां बटोरी थी। उत्तराखंड में एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी का ही यौन शोषण करवाया। वक्ताओं ने कहा कि इस तरह की घटनाओं ने सभ्य समाज को शर्मिन्दा किया है। सामाजिक ताने-बाने और पारिवारिक मान्यताओं को अगर बचाना है तो बच्चों को नैतिक शिक्षा और पारिवारिक मान्यताओं से जोड़ना बहुत आवश्यक हो गया है। वक्ताओं ने कहा कि यह देखना भी जरुरी है कि युवा पीढ़ी क्या देख रही है, क्या पढ़ रही है और किस तरह की सोसायटी में वह शामिल हैं, यह जानना और समझना जरूरी हो गया है। माता-पिता को, परिवार को और समाज को अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा, केवल अब बातों से काम नहीं चलेगा अब अनुशासन और नैतिकता दोनों का पाठ बच्चों को पढ़ाना होगा, साथ ही सरकार को भी सोशल मीडिया, ओटीटी प्लेटफार्म पर फैलाई जा रही अश्लीलता और हिंसा पर रोकथाम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। सिटीजन वॉइस की चर्चा में प्रधानाचार्य प्रोफेसर निवेदिता मलिक जी, बाल कल्याण समिति की सदस्य पूनम शर्मा जी, वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन शाकाल जी, प्रशान्त कौशिक जी, प्रोफेसर कुमकुम पारिक जी, प्रोफेसर कल्पना चौधरी जी, डॉ. पूनम लता सिंह जी, पत्रकार गौरव यादव जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

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