गौहर अनवर संवाददाता
मेरठ। मध्य प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पूरे देश को ब्रीफ करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर भाजपा के लिए बखेड़ा खड़ा कर दिया है। उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसी के चलते गुरुवार को मेरठ महानगर कांग्रेस कमेटी ने जिलाधिकारी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस प्रवक्ता हरिकिशन अंबेडकर ने बताया कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार मेरठ महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा मध्य प्रदेश सरकार के भाजपा नेता एवं मंत्री विजय शाह द्वारा देश की बेटी के संबंध में की गई अमर्यादित, अशोभनीय एवं अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में जिला अधिकारी कार्यालय पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रेषित किया। महानगर अध्यक्ष रंजन शर्मा एवं पूर्व जिला अध्यक्ष अवनीश काजला ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक संवैधानिक पद पर बैठे मंत्री द्वारा ऐसी भाषा का प्रयोग किया गया, जो न केवल महिलाओं का अपमान है, बल्कि भारतीय सेना एवं समस्त देशवासियों की भावनाओं को भी ठेस पहुँचाता है। यह बयान भाजपा की स्त्री विरोधी मानसिकता और विकृत सोच को उजागर करता है।भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मांग है कि ऐसे असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदार नेताओं के विरुद्ध तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी सार्वजनिक पदधारी व्यक्ति ऐसी आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने से पहले सौ बार सोचने को मजबूर हो। दरअसल मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को उन आतंकवादियों की बहन बताया था जिन्होंने पहलगाम में निर्दोष लोगों की हत्या की है। अपने भाषण के दौरान मंत्री यही नहीं रुके थे बल्कि उन्होंने पीएम मोदी पर भी व्यंग्य कसते हुए कहा था कि उन्होंने आतंकवादियों की बहन को सेना में भेजा है। कांग्रेस द्वारा किए गए धरना प्रदर्शन के दौरान महानगर अध्यक्ष रंजन शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष अवनीश काजला, जाहिद अंसारी, हरिकिशन अम्बेडकर, सलीम खान, राजेंद्र जाटव, विजय शर्मा, जितेंद्र चौधरी, चौ. यशपाल सिंह, विनोद सोनकर, अमित गोयल, सैयद सलीमुद्दीन शाह, फिरोज रिज़वी, देशपाल गुर्जर, राज केसरी, रोहित पाराशर, मोहम्मद फैज अहमद, चौ. शमशुद्दीन, महेंद्र गुर्जर, रविंद्र सिंह, संजय कटारिया सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।