कुलदीप सिंह ,संवादाता
शोभित विश्वविद्यालय को मिला उत्तर प्रदेश शासन से विशेष दायित्व — सुधार गृहों में बच्चों के पुनर्वास हेतु प्रदान करेगा विधिक एवं मानसिक परामर्श सहायता*
मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मेरठ जनपद के सम्प्रेक्षण गृहों और देखभाल संस्थानों में रह रहे बालकों एवं बालिकाओं के पुनर्वास के लिए विधिक सहायता एवं मानसिक परामर्श प्रदान करने हेतु चुना गया है। यह निर्णय विश्वविद्यालय की सामाजिक प्रतिबद्धता, उत्कृष्ट शैक्षणिक मूल्यों और विधिक प्रशिक्षण में विशेषज्ञता को दृष्टिगत रखते हुए लिया गया।
यह पहल इन संस्थानों में रह रहे बच्चों के मानसिक, सामाजिक एवं कानूनी सशक्तिकरण के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और उनके उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
शोभित विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ एंड कॉन्स्टिट्यूशनल स्टडीज के निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार गोयल के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के विधि विशेषज्ञों, मनोवैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और छात्रों की एक टीम इन संस्थानों का नियमित रूप से भ्रमण करेगी। टीम इन बच्चों को मानसिक स्वास्थ्य, शिक्षा, कानूनी अधिकारों, और सामाजिक पुनर्वास जैसे विषयों पर जागरूक करेगी तथा उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
कुलाधिपति माननीय कुंवर शेखर विजेंद्र जी ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय को शुभकामनाएं देते हुए कहा,
“मुझे पूर्ण विश्वास है कि शोभित विश्वविद्यालय की टीम समर्पण और संवेदनशीलता के साथ इस पहल को सफल बनाएगी तथा इन बच्चों के जीवन में आशा और विश्वास का संचार करेगी।”
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. विनोद कुमार त्यागी ने कहा कि हम इस सामाजिक उत्तरदायित्व से जुड़े अभियान का हिस्सा बनकर गौरवान्वित हैं। हमारा लक्ष्य इन बच्चों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाना है, ताकि वे समाज की मुख्यधारा में आत्मविश्वास के साथ जुड़ सकें और देश के विकास में भागीदार बन सकें।