शोभित सम विश्वविद्यालय, मेरठ के स्कूल ऑफ लॉ एंड कॉन्स्टिट्यूशनल स्टडीज की मूट कोर्ट सोसायटी द्वारा माननीय कुलाधिपति कुॅवर शेखर विजेन्द्र की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता आयोजित की गई । कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। इंट्रा मूट कोर्ट में विश्वविद्यालय के विधि के छात्रों की 18 टीम जिनमे से प्रत्येक टीम मे तीन छात्र शामिल थे, को अपने विधिक ज्ञान का प्रदर्शन करने के लिए सम्मिलित हुई।
इस प्रतियोगिता का उद्देश्य भावी विधि विशेषज्ञों अपने विधिक कौशल में सुधार करने, कानूनी सिद्धांतों की गहरी समझ हासिल करने और न्यायालयीय कार्यवाही का वास्तविक जीवन मे अनुभव करने का अवसर उपलब्ध कराना था। प्रतिभावी टीमों ने उल्लेखनीय उत्साह और समर्पण का प्रभावी प्रदर्शन किया।
इस आयोजन का एक मुख्य आकर्षण निर्णायक मण्डल के रूप मे जनपद मेरठ के शीर्ष अधिवक्तागण सर्वश्री डा. ओ.पी. शर्मा, चौ. मांगे राम, नेपाल सिंह सोम, अब्दुल जब्बार खां, देवकी नन्दन शर्मा, नरेश दत्त शर्मा आदि, तथा उच्चतम न्यायालय के एडवोकेट-ऑन-रिकार्ड वरूण पोनिया, की गरिमापूर्ण थी। विद्वान अधिवक्तागण ने अपने व्यापक अनुभव से प्रतिभागी व उपस्थित छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए बहुमूल्य प्रतिक्रियाऐ प्रदान कीं।
इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता के लिए निर्धारित रोचक कानूनी बिन्दू पर प्रतिभागियों को जटिल कानूनी तर्कों का पता लगाने, प्रेरक मामले पेश करने और कठोर बहस में शामिल होने की चुनौती दी गई थी। इसने प्रतिभागियों के बीच टीम वर्क और सहयोग को प्रोत्साहित किया।
तर्क-वितर्क के गहन दौर और न्यायाधीशों द्वारा सावधानीपूर्वक विचार-विमर्श के बाद, टीम ईसी 11 – इनायत, जानवी राठौर,और सफीया मालिक को विजेता घोषित किया गया। दूसरे स्थान पर रनर अप के रूप में टीसी 3 सार्थक सिसोदिया, यश पांडे एवं आभास कुमार ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। निर्णायक मण्डल द्वारा प्रतियोगी छात्रों के वैयक्तिक योगदान को रेखांकित करते हुए उनमे से सर्वश्रेष्ठ मूटर संयुक्त रूप से तृष्णा सिंह एवं सोहन पांचाल को दिया गया तथा सर्वश्रेष्ठ रिसर्चर का खिताब वाजिद अहमद को मिला।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रोफेसर डॉक्टर जयानंद ने विधि संकाय की मूट कोर्ट सोसायटी द्वारा आयोजित मूट कोर्ट की सराहना करते हुए सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए विधि विभाग के निदेशक प्रमोद कुमार गोयल ने कहा की यह आयोजन भविष्य के कानूनी पेशेवरों को विकसित करने और उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए सार्थक मंच प्रदान करने की संस्थान की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करता है।
कार्यक्रम के संयोजक संकाय समन्वयक डा. सीमा मोदी एवं श्री शुभम शर्मा रहे। कार्यक्रम का संचालन छात्रा मेघा सिद्धू व दीक्षा गौड़ द्वारा किया गया। इस अवसर पर समस्त विभागों के निदेशक एवं शिक्षक गण मुख्य रूप से उपस्थित रहे।