न्याय दूत  किशोरों को जागरूकता एवं सहयोग के माध्यम से सशक्त बनाने की अभिनव पहल।

कुलदीप सिंह संवादाता

मेरठ : शोभित विश्वविद्यालय, मेरठ के विधि संकाय मे भारत सरकार के विधि मंत्रालय द्वारा स्थापित प्रो बोनो क्लब ने “न्याय दूत: किशोरों को जागरूकता एवं सहयोग के माध्यम से सशक्त बनाना” विषयक एक प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम संकाय निदेशक प्रोफेसर प्रमोद कुमार गोयल के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का आरंभ राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में निरुद्ध किशोरों के साथ संवाद से हुई, जिसके दौरान विद्यार्थियों की टीम ने एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक — “एक नई दिशा” का प्रभावी मंचन किया जिसके माध्यम से किशोरों को उनके विधिक अधिकारों, सामाजिक दायित्वों एवं आत्मविकास की संभावनाओं से अवगत कराया गया।

इस अवसर पर संकाय निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार गोयल, डॉ. शैल ढाका, डॉ. पल्ववी जैन, डॉ. दीपशिखा तथा श्री पवन कुमार ने किशोरों के सामाजिक पुनर्वास में विधिक सहायता की भूमिका पर विचार साझा किए। उन्होंने युवाओं को सकारात्मक सोच, शिक्षा एवं आत्मनिर्भरता के माध्यम से जीवन में नव निर्माण के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में विधि संकाय की छात्राओ नील कुमारी, निशा फातिमा एवं शगुन चौहान ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए निरुद्ध किशोरों को उद्देश्यपूर्ण जीवन जीने हेतु प्रेरित किया।

कार्यक्रम के अगले चरण में विद्यार्थियों की टीम ने ज़िला कारागार का भ्रमण किया। इस दौरान वरिष्ठ अधीक्षक डाॅ वीरेश राज शर्मा ने भारतीय आपराधिक न्याय प्रणाली, कारागार प्रशासन, सुधार कार्यक्रमों एवं बंदियों के पुनर्वास हेतु संचालित पहलों की जानकारी दी।

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य था — “विधिक जागरूकता एवं सामाजिक संवेदनशीलता के माध्यम से नव निर्माण एवं पुनर्वास को प्रोत्साहन देना।”

इस भ्रमण कार्यक्रम का एक भावुक पल उस समय आया जब एक सिद्ध दोष रजनीश द्वारा कारागार मे अब तक व्यतीत किए गए 22 वर्ष के अनुभव के आधार पर लिखी गई पुस्तक भेंट की।

यह शैक्षिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए न केवल एक अनुभव-संपन्न अवसर सिद्ध हुआ, बल्कि समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता एवं उत्तरदायित्व की भावना को भी सुदृढ़ करने वाला रहा।

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