शोभित इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मेरठ/ शोभित विश्वविद्यालय गंगोह और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, फरीदकोट के बीच ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
मेरठ, 3 जुलाई 2024: शोभित इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मेरठ एवं शोभित विश्वविद्यालय गंगोह और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, फरीदकोट, पंजाब ने एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस महत्वपूर्ण अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय के दोनों संस्थानों के कुलपति, प्रो. डॉ. वी.के. त्यागी (शोभित विश्वविद्यालय मेरठ), प्रो. रणजीत सिंह (शोभित विश्वविद्यालय गंगोह) और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के माननीय कुलपति प्रो. डॉ. राजीव सूद (जो एक प्रसिद्ध यूरोलॉजिस्ट और डॉ. बी.सी. रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हैं) की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
यह समझौता दोनों विश्वविद्यालयों के बीच शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इसके तहत मेडिकल, फार्मास्युटिकल और संबद्ध विज्ञान के छात्रों को परस्पर मार्गदर्शन और शोध कार्य के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। समारोह में शोभित यूनिवर्सिटी मेरठ के प्रो-वाईस चांसलर एवं डीन रिसर्च प्रो. जयानंद और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के डीन रिसर्च प्रो. परवीन बंसल भी उपस्थित थे।
इस एमओयू का उद्देश्य शैक्षणिक सहयोग, अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा देना है। इसके माध्यम से विभिन्न धाराओं के फार्मेसी, एम.टेक, एम.एससी एवं पीएचडी के छात्रों को उनके शोध कार्य के लिए मार्गदर्शन और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही, यह सहयोग छात्रों को वैश्विक दृष्टिकोण के साथ भविष्य के नेता बनने में सहायता करेगा।
प्रो. डॉ. वी.के. त्यागी ने कहा, “यह समझौता हमारे छात्रों को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेगा और उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करेगा।” प्रो. डॉ. राजीव सूद ने कहा, “इस साझेदारी से हमारे छात्रों को बेहतर शोध अवसर मिलेंगे और हम मिलकर चिकित्सा और स्वास्थ्य विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे। हमारे संस्थान का उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जो न केवल छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करे, बल्कि उन्हें अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में भी अग्रणी बनाए। इस सहयोग से दोनों संस्थानों के छात्र और संकाय सदस्य लाभान्वित होंगे, जिससे शैक्षणिक और व्यावसायिक क्षेत्रों में नई ऊँचाइयाँ प्राप्त की जा सकेंगी। उन्होंने शोभित विश्वविद्यालय के अनुसंधान के क्षेत्र में किए गए कार्यों खासकर रुद्राक्ष के ऊपर किए गए अनुसंधान की प्रशंसा की।” प्रो. रणजीत सिंह ने कहा, “यह सहयोग दोनों विश्वविद्यालयों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे हमारे छात्रों को व्यापक अनुसंधान और शैक्षणिक अवसर मिलेंगे। यह साझेदारी हमारे संस्थान को शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ प्राप्त करने में सहायता करेगी।”
इसके अतिरिक्त, यह समझौता कौशल विकास, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों को साकार करने, और भारतीय ज्ञान प्रणाली के महत्व को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इस एमओयू के माध्यम से, छात्रों को व्यावहारिक कौशल और तकनीकी ज्ञान में सुधार करने के अवसर मिलेंगे, जो उन्हें उद्योग के लिए बेहतर तरीके से तैयार करेंगे।
इस एमओयू के माध्यम से शोभित विश्वविद्यालय के दोनों संस्थानों और बाबा फरीद युनिवर्सिटी ने शिक्षा और अनुसंधान में एक नई दिशा और दृष्टिकोण की शुरुआत की है, जिससे छात्रों और संकाय सदस्यों को अत्यधिक लाभ होगा और वे शैक्षणिक और व्यावसायिक क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ने इस समझौते के साइनिंग पर विश्वविद्यालय को बधाई दी और उन्होंने क्लिनिकल रिसर्च और इंटीग्रेटेड मेडिसिन पर काम करने को भी बल दिया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागों के निदेशक एवं डीन मुख्य रूप से उपस्थित रहे।