योग को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाएं
विश्वविद्यालय में चल रहे निशुल्क योग शिविर में ले भाग
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की माननीय कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला जी ने विश्व योग दिवस के सफल आयोजन के उपरांत सभी योग साधकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए महत्वपूर्ण संदेश जारी किया है।
कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा, “मैं सभी योग साधकों और प्रतिभागियों को धन्यवाद देती हूँ ,जिन्होंने प्रसिद्ध योग गुरु स्वामी कर्मवीर जी महाराज के मार्गदर्शन में संचालित हो रहे सात दिवसीय योग शिविर में भाग लिया। यह आयोजन हमारे विश्वविद्यालय परिसर में सात दिनों तक चला और इसका सफल समापन हुआ।”
उन्होंने कहा कि योग दिवस के उपरांत भी योग का अभ्यास निरंतर जारी रहना चाहिए। “योग केवल एक दिन का आयोजन नहीं है, बल्कि यह एक जीवन शैली है जो हमें स्वस्थ और सशक्त बनाती है। विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग द्वारा प्रतिदिन सुबह निःशुल्क योगशाला का आयोजन किया जाता रहेगा, और पिछले एक वर्ष से यह निरंतर प्रगति पर है। सभी से निवेदन है कि वे नियमित रूप से इसमें भाग लें और योग के लाभ उठाते रहें।”
कुलपति ने विश्वविद्यालय परिसर में योग अभ्यास की निरंतरता पर जोर देते हुए कहा, “योग का अभ्यास हमारे जीवन को संतुलित और स्वस्थ बनाता है। विश्वविद्यालय सभी साधकों को इस दिशा में हर संभव सुविधा देता रहेगा। हमारी अपील है कि लोग केवल योग दिवस तक ही सीमित न रहें, बल्कि इसे अपनी दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं।”
इस अवसर पर प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि योग विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित नित्य निशुल्क योगशाला में सभी का स्वागत है और यह निरंतर जारी रहेगा।
कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने पिछले सप्ताह आयोजित गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में ऑनलाइन योग शपथ लेने के महा अभियान की भी सराहना की, जो माननीय राज्यपाल उत्तर प्रदेश एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी के मार्गदर्शन में चलाया गया था।
उन्होंने कहा, “यह अभियान न केवल एक शपथ कार्यक्रम था, बल्कि योग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है।
माननीय कुलाधिपति महोदय ने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देशित भी किया है कि वे अपने स्तर से लोगों को प्रेरित करें कि वे नियमित रूप से अपने परिवार के साथ योग करें और स्वस्थ रहें।”
इस महा अभियान से जुड़े सभी शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं, महाविद्यालयों, संस्थाओं, नागरिकों तथा जनप्रतिनिधियों, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को धन्यवाद अर्पित करते हुए कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा, “हम सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि योग अभ्यास केवल एक शपथ तक सीमित न रहे, बल्कि यह हमारे जीवन का अभिन्न अंग बने। विश्वविद्यालय इस दिशा में हर संभव मदद करेगा और सभी को प्रेरित करता रहेगा।”
सभी योग साधकों से निवेदन है कि वे नियमित रूप से इस योगशाला में भाग लें और स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएं।