मेरठ कॉलेज मेरठ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने नव वर्ष के अवसर पर 1 जनवरी 2024 को एक नई पहल करते हुए गरीब बेसहारा एवं जरूरतमंद लोगों हेतु “गर्म कपड़ों का बैंक” की स्थापना करने का निर्णय लिया था कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर योगेश कुमार ने बताया कि पिछले 7 दिनों में मेरठ कॉलेज मेरठ के प्रबंध समिति के सदस्यों एवं शिक्षक साथियों से उन्होंने इस बैंक हेतु दान के रूप में कंबल जैकेट जर्सी स्वेटर टोपी आदि को एकत्र किया तथा उनका एक अकाउंट बनाया. आज दिनांक 9 जनवरी 2024 को मेरठ कॉलेज मेरठ के प्रबंध समिति के सचिव डॉ. ओपी अग्रवाल एवं प्राचार्या अंजलि मित्तल अनुमति उपरांत इस बैंक ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया है बैंक का उद्घाटन मेरठ कॉलेज की आंतरिक गुणवत्ता एवं सुनिश्चयन प्रकोष्ठ की समन्वयक प्रोफेसर अर्चना सिंह ने मेरठ कॉलेज के अस्थाई कर्मचारी एवं दैनिक भुगतान पर मजदूरी का कार्य करने वाले जरूरतमंदों में कंबल वितरित करके किया. राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारियों प्रोफेसर योगेश कुमार एवं डॉ. संदीप कुमार ने बताया कि अब यह बैंक प्रतिदिन 11 से 2:00 बजे के बीच खुलेगा तथा जो भी बेसहारा या जरूरतमंद व्यक्ति आएगा उसे आवश्यकता अनुसार गर्म वस्त्र प्रदान किए जाएंगे वहीं दूसरी ओर मेरठ के ग्रामीण अंचल में गरीब गांव को चिन्हित करके उन्हें भी समय समय पर गर्म कपड़े वितरित किए जाएंगे क्योंकि शहरों में बेसहारा लोगों की मदद के लिए काफी साधन सरकारी तथा गैर सरकारी तंत्र उपलब्ध है परंतु दूरस्थ गांव में गरीबों तक मदद पहुंचाने वाले बहुत ही काम है इसलिए मेरठ कॉलेज मेरठ की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई दान कर्ताओं से प्राप्त गर्म कपड़ों का वितरण दूरस्थ गांव में भी सुनिश्चित करेगी इस सेवा कार्य में डॉ. ओपी अग्रवाल डॉ. एसपी देशवाल प्रोफेसर अंजलि मित्तल प्रोफेसर युद्धवीर सिंह प्रोफेसर अनुराग प्रोफेसर अर्चना सिंह प्रोफेसर सीमा पवार प्रोफेसर योगेश कुमार डॉ अशोक शर्मा डॉ अनिल राठी डॉ. पंजाब मलिक डॉ संदीप कुमार डॉक्टर श्वेता जैन डॉक्टर मनोज सिवाच मिस्टर विपिन कुमार मिस्टर संदीप कुमार आदि दानकर्ताओं ने अपना योगदान प्रदान किया इस अवसर पर डॉक्टर ओपी अग्रवाल ने अपने बधाई संदेश में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के इस कार्यक्रम और अभियान की प्रशंसा की तथा आश्वासन दिया कि भविष्य में समय समय पर जब भी राष्ट्रीय सेवा योजना के इस अभियान में जरूरत होगी तो वह हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे
