गुलामी की मानसिकता से निकलकर अपनी विरासत पर गर्व करें देशवासी डॉ. सुधांशु त्रिवेदी राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा

मेरठ
गुलामी की मानसिकता से निकलकर अपनी विरासत पर गर्व करें देशवासी डॉ. सुधांशु त्रिवेदी राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा व राज्यसभा सांसद
सनातन पूरे विश्व के लिए जरूरी सुबूही खान अधिवक्ता सर्वोच्च न्यायालय व संस्थापिका राष्ट्र जागरण मंच
स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय में जी 20 भारत की अध्यक्षता एवं आजादी के अमृत महोत्सव सहित एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत राष्ट्र बोध व्याख्यान माला समारोह का भव्य आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी एवं विशिष्ट वक्ता सुबूही खान ने सुभारती परिसर पहुंचकर सुभारती अस्पताल के कैंसर इंस्टीट्यूट का भ्रमण किया। इसके बाद शहीद स्मारक में शहीदों के नाम वृक्षारोपण किया।
मांगल्या प्रेक्षागृह में कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ.सुधांशु त्रिवेदी, विशिष्ट वक्ता सुबूही खान के सलाहकारविनोद अग्निहोत्री, सुभारती समूह के संस्थापक डॉ.अतुल कृष्ण, कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज, लोकप्रिय अस्पताल के निदेशक डॉ. रोहित रविन्द्र सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ.कृष्णा मूर्ति ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान फाइन आर्ट के विद्यार्थियों द्वारा वंदना प्रस्तुत की गई।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.शल्या राज ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया। उन्होंने स्वामी विवेकानन्द सुभारती विश्वविद्यालय के उद्देश्यों से सभी को रूबरू कराया। उन्होंने बताया कि सुभारती विश्वविद्यालय शिक्षा संस्कार एवं राष्ट्रीयता के भाव से देशहित में कार्य कर रहा है। इसी क्रम में सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में स्कूल व कॉलेज के साथ स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित किये हुए है। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय के सेवाभाव सहित शिक्षा व चिकित्सा के क्षेत्र में किये जा रहे उत्कृष्ट कार्यो से सभी को रूबरू कराया।
सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ.जी.के.थपलियाल ने विश्वविद्यालय का परिचय दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय की शैक्षिक एवं अनुसंधान हेतु की जा रही गतिविधि की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय भारत को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से अपने विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन कर रहा है। इसी के तहत संस्कारां के साथ विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान कर मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य प्रतिबद्धता से किया जा रहा है।
विशिष्ट वक्ता सुबूही खान ने कार्यक्रम को सम्बोधित कर कहा कि धर्म को बांटा नही जा सकता है और झूठ में सच का साथ देना ही धर्म है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र से बढ़कर कुछ नही हो सकता है और जातिवाद क्षेत्रवाद वामपंथी विचारधारा हमारे देश को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि वामपंथी हमेशा नारे लगाने व लड़ने हेतु प्रेरित करते है जिससे देश में टकराव की स्थिति पैदा हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारी पहचान हमारे चरित्र व संस्कारों से होती है और हमारी प्राकृतिक संपदा से ही हम विश्व गुरु कहलाते है। उन्होंने कहा कि सनातन की पूरे विश्व को जरूरत है और भारत को अखंड सनातन के सिद्धांत पर अमल कर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमे अपने राष्ट्र को जानना अति आवश्यक है क्योंकि असंख्य महापुरुषों शहीदों ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमारे देश की संस्कृति की रक्षा कर हमें आजादी दिलाई है। उन्होंने कहा कि भारत देश किसी पंथ के विरुद्ध नही है लेकिन वर्तमान में बौद्धिक आतंकवाद युवाओं को मानसिक गुलाम बनाकर उन्हें राष्ट्र विरोधी बनाने का प्रयास कर रहा है। अपने भाषण के अंत में उन्होंने राष्ट्र भक्ति गीत सुनाकर सभी को भाव विभोर कर दिया। विनोद अग्निहोत्री ने कहा कि राष्ट्र बोध देश के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत की भूमि पर जन्म लेना वाला हर व्यक्ति जन्मजात राष्ट्रबोधि होता है। उन्होंने सुभारती विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण को राष्ट्रबोध व्याख्यान माला के आयोजन पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय देश में राष्ट्रीयता के प्रति प्रमुखता से गौरवान्वित कार्य कर रहा है जो सभी के लिये प्रेरणा स्रोत है।
मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि गुलामी की मानसिकता को खत्म करना होगा और देश की सांस्कृतिक विरासत पर हमें गर्व करना चाहिए। उन्होंने भारत के हजारों वर्ष पूर्व इतिहास पर प्रकाश डालते हुए उन महत्वपूर्ण बिंदुओं से सभी को रूबरू कराया जिन्हें कभी सोचा नहीं गया। उन्होंने कहा कि जब भारत पर मुगलों व अन्य हमलावारों का शासन था इसी काल खंड में भारत के वीरों ने हमारी संस्कृति की रक्षा कर आज हमारे लिये भारत की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत छोड़ी है। उन्होंने कहा कि भारत में तेज गति से अब विकास हो रहा है और 2047 तक भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैसे शरीर में आत्मा सबसे महत्वपूर्ण है ऐसे ही पृथ्वी पर भारत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी यही संदेश दे रहे है कि मानसिक गुलामी से निकलकर अपनी विरासत पर गर्व करना चाहिए। उन्होंने सुभारती समूह के संस्थापक डॉ अतुल कृष्ण को बधार्द देते हुए कहा कि सुभारती परिसर में प्रवेश करते ही देश भक्ति का भाव जाग्रत हो जाता है। उन्होंने विश्वविद्यालय के सभी संकाय विभाग व मार्ग के नाम विभिन्न महापुरुषों के नाम पर स्थापित होने हेतु गर्व प्रकट करते हुए कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय का परिसर देश के लिये प्रेरणादायी है।
सुधांशु त्रिवेदी को सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा डी लिट की उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि सुबूही खान को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ निखिल वास्तव ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन डॉ विवेक कुमार डॉ सीमा शर्मा डॉ अंशुल त्रिवेदी डॉ अभिनव ने चरणबद्ध किया। आजाद हिन्द गान से कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम में माननीय विधायक अमित अग्रवाल महानगर संघ चालक विनोद भारती विनीत शारदा बिजेन्द्र अग्रवाल डॉ राहुल मित्तल डॉ राजेश तिवारी डॉ लियाकत अली हर्ष अग्रवाल विमल शर्मा मोहन गुर्जर सचिन सिरोह विकास त्यागी सूर्यकांत द्विवेदी भूपेन्द्र दूबे राजेन्द्र सिंह इत्यादि सहित मुख्य रूप से सम्मिलित हुए। कार्यक्रम आयोजन समिति के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा।

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