सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में की गई देश की पहली एच3 टोटल एंकल रिप्लेसमेंट सर्जरी

मेरठ देश की पहली H3 टोटल एंकल रिप्लेसमेंट सर्जरी हाल ही में की गई जिसे एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल के डॉक्टर प्रदीप मूनोत ने अंजाम दिया ये पहला मौका था जब किसी ऑर्थोपेडिक सर्जन ने H3 टोटल एंकल रिप्लेसमेंट सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया सिर्फ इतना ही नहीं 6 महीने के भीतर 7 मरीजों की रिप्लेसमेंट सर्जरी की
पहले तीन मरीजों की सर्जरी डॉक्टर प्रदीप मूनोत और स्विट्जरलैंड के प्रोफेसर हिंटरमैन ने की प्रोफेसर हिंटरमैन ने ही एच3 एंकल रिप्लेसमेंट तकनीक को ईजाद किया इन तीनों मरीजों को क्रोनिक एंकल आर्थराइटिस की समस्या थी बहुत ज्यादा दर्द था यहां तक कि 50 मीटर चलने में भी परेशानी हो रही थी ऑपरेशन के बाद ये तीनों मरीज स्वस्थ हो गए उन्हें चलने में कोई दिक्कत नहीं हुई न ही अब दर्द बचा है और अब वो खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं
इसके 6 महीने के अंदर ही 4 अन्य मरीजों की सफल सर्जरी की गई इन मरीजों की सर्जरी मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल और सर एचएन रिलायंस हॉस्पिटल में की गई इस तरह ये टोटल एंकल रिप्लेसमेंट सर्जरी की देश की सबसे बड़ी सीरीज बन गई
डॉक्टर प्रदीप मूनोत फूट एंड एंकल स्पेशलिस्ट के साथ ऑर्थोपेडिक सर्जन भी हैं उन्होंने 12 साल तक इंग्लैंड में काम किया है और अब 10 साल से भारत में प्रैक्टिस कर रहे हैं डॉक्टर प्रदीप मूनोत ने सर्जरी को लेकर बताया एचएन रिलायंस फाउंडेशन की एक टीम की तरह हम लोग इस बात को लेकर बेहद खुश हैं कि हमें देश में सबसे पहले एच3 टोटल एंकल आर्थोप्लास्टी सर्जरी करने का गौरव प्राप्त हुआ ऐसे बहुत से मरीज हैं जो क्रोनिक ऑस्टियोअर्थराइटिस से पीड़ित हैं और दर्द से दो-चार हो रहे हैं, वर्षों से दवाई खा रहे हैं और फिजियोथेरेपी ले रहे हैं ऐसे मरीजों के लिए ये एच3 एंकल रिप्लेसमेंट सर्जरी बहुत ही कारगर है अच्छी बात ये है कि जिन 7 मरीजों की ये सर्जरी की गई है वो बहुत खुश हैं और संतुष्ट हैं अब तक जो परंपरागत तरीके से इलाज किया जाता रहा है उसमें टखने का मूवमेंट और चलना-फिरना मुश्किल रहता था लेकिन टोटल एंकल रिप्लेसमेंट में इससे राहत रहती है और मरीज आसानी से सामान्य गतिविधियां कर पाता है
एच3 टोटल एंकल रिप्लेसमेंट बहुत ही लेटेस्ट और एडवांस तकनीक है जिसकी मदद से सर्जरी करने पर दर्द खत्म होता है और चलना-फिरना आसान हो जाता है ये रिप्लेसमेंट करीब 10 साल से ज्यादा चल जाता है पश्चिमी देशों में ये एडवांस तकनीक पिछले 15 सालों से उपलब्ध है जबकि भारत में ये हालिया वक्त में ही आ पाई है
डॉक्टर प्रदीप ने इस बारे में आगे बताया जिन मरीजों को एंकल आर्थराइटिस की दिक्कत हो उनके लिए ये सर्जरी बहुत ही कारगर है साथ ही जिन्हें जोड़ों में सूजन की समस्या हो जोड़ों में दर्द हो या चलने-फिरने में दिक्कत हो और किसी भी इलाज से ऐसे लोगों को राहत न मिल पा रही हो तो फिर एच3 टोटल एंकल रिप्लेसमेंट एक बेहतर विकल्प रहता है इसमें टखने का दर्द कम हो जाता है जोड़ों में स्थिरता आती है और उसकी गतिशीलता में सुधार आता है कुछ लोगों को लगता है कि ऐसी सर्जरी के बाद फिर से सर्जरी करानी पड़ती है जबकि हकीकत ये है कि ये इंप्लांटेशन काफी लंबे वक्त चलता है और हड्डियों से जुड़ जाता है ये बिल्कुल नेचुरल पैर की तरह ही फील देता है

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